Real Short Motivation Story Competitions के चक्कर में खुद का Loss
मत करो
यह कहानी मेरे एक स्टूडेंट नवल सिंह (Delhi) की तरफ से आपके लिए
दोस्तों उम्मीद करता हूँ ।आप सब अच्छे होंगे दोस्तों कभी आपने सोचा है किसी और को देख कर अगर आप वही काम करते है और यह भी उम्मीद करते है की उससे भी अच्छा करे तो कभी कभी इस चक्कर में आप आपना जरूरत से ज्यादा नुक्सान करवा लेते है । इस कहानी से समझते है की दुसरो के साथ नहीं खुद के साथ कम्पटीशन करना चाहिए ।
एक बार बात है एक दुकान वाला जो घी 500 रुपया KG बेचता था । ठीक उसी के सामने दूसरा दूकान वाले ने अपने दूकान पर एक बोर्ड लगाया - जिस में लिखा हुआ था " शुद घी 400 रुपया KG.
यह देख कर पहले दुकान वाला ने सोचा इस तरीके से तो उस्सको पास कोई भी कस्टमर नहीं आयेगा तो उसने आपना रेट काम करके 350 रुपया कर दिया ..
सामने वाले ने भी 300 कर दिया यह देख पहले दूकान वाले ने फिर आपना रेट 200 रुपया कर दिया। इस तरीके से रेट 50 रुपया से भी काम में आ गया।
तब पहला दूकान वाला सामने दुकान वाले के पास जा कर पूछा " तुम इतना सस्ता घी कहा से लाते हो की इतना कम रेट में भी बेच रहे हो "
सामने दूकान वाले ने कहा " में घी बेचता ही नहीं हूँ "
दोस्तों इस स्टोरी से - में आपको यह समझना चाहता हूँ की जैसे वह पहला दूकान वाला बिना सोचे समझे दुसरो को देख आपना रेट कम करता गया । ठीक वैसे आप में बहुत लोग बस दुसरो से कम्पटीशन करने के चक्कर में आपना नुक्सान कर लेते है ।
The Motivational Story and Inspirational Story shared by Naval Singh (Delhi)
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