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Motivational Short Story

पुण्य कैसे मिलता है – How To Get Virtue Motivational Story In Hindi



पुण्य कैसे मिलता है – How To Get Virtue Motivational Story In Hindi





नमस्कार दोस्तों, मुझे उम्मीद है कि आप सभी अच्छे होंगे। दोस्तों क्या आप जानते है की आपको आपके द्वारा किये गए कर्मो का फल किस प्रकार मिलता है। क्या आप ये भी जानते है की आपके द्वारा किये गये कर्म पुण्य बने या फिर पाप। इन सब बातो को समझाने के लिए मैं आपको एक Motivational Story सुनता हूँ। पुण्य कैसे मिलता है – How to Get Virtue Motivational Story in Hindi


एक दिन महारानी ने मंदिर में जाकर भगवान की पूजा करने की सोची। इसलिए वे मंदिर चली गयी और उन्होंने भगवान का अभिषेक भी किया। उस दिन उन्होंने मंदिर में बहुत सारा सोना भी दान के रूप में दिया। इतना सब करने के बाद महारानी को अहंकार हो गया। उन्होंने सोचा की जितना सोना आज मैंने मंदिर में दान किया है। इतना तो कभी भी किसी ने नहीं किया होगा।


इसी अहंकार के साथ महारानी अपने घर आ गयी। रात में जब महारानी सो रही थी। तब उन्हें एक सपना आया। उस सपने में भगवान ने उन्हें दर्शन दिए। भगवान ने महारानी से कहा – आज मेरे मंदिर में एक गरीब महिला आयी है। उसने अपनी जिंदगी में बहुत पुण्य किये है। तुम उसे कुछ धन देकर उसके कुछ पुण्य खरीद लो।
जब तुम मरने के बाद परलोक जाओगी। उस समय ये पुण्य तुम्हारे काम आजायेंगे। तभी महारानी की नींद टूट गयी और उन्हें बेचैनी होने लगी। उन्होंने अपने मंत्री को बुलाया और उससे कहा – सैनिकों को मंदिर भेजो और उस महिला को पकड़ के मेरे पास ले आओ। सैनिक मंदिर जाकर उस महिला को पकड़कर महारानी के पास ले आते है।

महारानी ने उस महिला से कहा – तुमने अपने जीवन में बहुत पुण्य कमाए है। तुम्हारे पास पुण्य है और मेरे पास धन है। तुम मुझे अपने कुछ पुण्य दे दो। बदले में मैं तुम्हे बहुत सारा धन दे दूँगा। ये सब सुनकर उस महिला ने महारानी से कहा – मैं तो बहुत गरीब हूँ। मेरे पास पुण्य कैसे हो सकते है। मैं तो एक वक्त के खाने के लिए भी घर घर जाकर भीख माँगती हूँ।

कल मुझे भीख में बहुत सारा सत्तू मिला। मैंने सोचा की इस सत्तू से भगवान को ही भोग लगा दू। इसलिए मैं मंदिर की ओर चल दी। रास्ते में मुझे एक भिखारी मिला। वह बहुत ही दिनों से भूखा था। मैंने आधा सत्तू उसे दे दिया और बाकी बचे सत्तू से भगवान को भोग लगा दिया। हे महारानी अब आप ही मुझे बताइये की जब मैं भगवान को ठीक से भोग ही नहीं लगा पायी तो मुझे पुण्य कैसे मिल सकते है।

जब महारानी ने उस गरीब महिला की बात सुनी तो उसी वक्त महारानी का सारा अहंकार खत्म हो गया। अब महारानी समझ गयी थी की जो भी इंसान निस्वार्थ भाव से भगवान की पूजा करता है। उन्हें याद करता है। भगवान उसी से प्रसन्न होते है। और ऐसे इंसान को ही जीवन में पुण्य की प्राप्ति होती है।

दोस्तों इस Inspirational Story से मैं आपको ये समझाना चाहता हूँ की कोई भी कर्म करते समय अगर आपके मन में स्वार्थ की भावना है तो आपको आपके कर्म का अच्छा फल नहीं मिलेगा। आपको पुण्य उन्ही कर्मो से मिलेंगे। जिनमे निस्वार्थ की भावना छिपी होगी। पुण्य कैसे मिलता है – How to Get Virtue Motivational Story in Hindi

Note – The Motivational Story and Inspirational Story shared here is not my original creation. I have read or heard it before and I am just providing a Hindi version of the same with some modifications. I just want to help the people to get more easily through difficult times. Thank You

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