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Motivational Short Story

Story For Kids In Hindi | काम या फिर आराम



Story For Kids In Hindi | काम या फिर आराम




div> नमस्कार दोस्तों, मुझे उम्मीद है कि आप सभी अच्छे होंगे। दोस्तों आपको काम के समय काम करना चाहिए और आराम के समय आराम करना चाहिए। यही जिंदगी का नियम है। अगर आपने इस नियम को तोड़ा तो आपकी स्वर्ग जैसी जिंदगी कब नरक बन जायेगी। आपको पता भी नहीं चलेगा। ये ही बात समझाने के लिए मैं आपको एक Motivational Story सुनाता हूँ। काम या फिर आराम | Story for Kids in Hindi


एक इंसान बहुत ही आलसी था। वह एक ऐसी जिंदगी चाहता था जिसमे, वह बस आराम से बिस्तर पर सोता रहे। इतना ही नहीं अगर उसे किसी भी चीज की जरुरत हो। तो वह उसे बिस्तर पर ही मिल जाये। उसकी इस आदत से उसके सभी घरवाले परेशान थे। घरवालों ने उसे सुधारने के लिए उसकी इन इच्छाओं को पूरा ही नहीं किया।

एक दिन उसकी मृत्यु हो गयी। मृत्यु के बाद देवदूत उसे स्वर्ग ले गये। स्वर्ग बहुत ही सूंदर था। जिसे देखकर वह बहुत ही खुश हो गया। स्वर्गदूत ने उस इंसान को उसका घर दिखाया और उससे कहा – आपको यहां से कहि भी जाने की आवश्यकता नहीं है। सब कुछ आपको यही पर मिल जाएगा। ये सभी दास दासियाँ आपके हर हुक्म को पूरा कर देगी।


यह सुनकर वह इंसान बहुत ही खुश हो गया और सोचने लगा की काश मैं यहां पर पहले ही आ गया होता। मैंने घर पर जो कष्ट सहे है। वे मुझे उठाने ही नहीं पड़ते। अब वह इंसान दिन रात जम कर सोता और उसे जो कुछ भी चाहिए होता था। उसके लिए वही पर आ जाता था। कुछ दिनों बाद वह इन कामो से बोर होने लगा।

जब भी वह अपने बिस्तर से उठने की कोशिश करता। दास दासियाँ उसे रोक देती। इसी तरह बहुत समय बीत गया। धीरे धीरे उन इंसान को अब ये आराम की जिंदगी बोझ लगने लगी। स्वर्ग में उसका मन लगना बंद हो गया। अब वह कुछ काम करना चाहता था। एक दिन उसने देवदूत से कहा – मैं अब इस जिंदगी से बोर हो चुका हूँ। अब मैं कुछ काम करना चाहता हूँ


देवदूत ने कहा – आपको यहां काम करने के लिए नहीं बल्कि आराम करने के लिए बुलाया गया है। आप भी तो ऐसी ही जिंदगी चाहते थे। अब आप बस हमे अपनी इच्छाये बताइये। हम आपकी सभी इच्छाओं को पूरा कर देंगे। उस इंसान ने देवदूत से माँफी मांगी और कहा – अब मेरी कोई भी इच्छा नहीं है।

मैं अब कुछ काम करना चाहता हूँ। मेरी सब कुछ समझ में आ गया है। देवदूत ने उस इंसान से कहा – मुझे भी समझाओ की तुम्हारी समझ में क्या आया है। उस इंसान ने कहा – मैं इन सब से ये ही समझा की किसी भी इंसान को काम के समय काम और आराम के समय आराम करना चाहिए। इन दोनों में से एक भी चीज अधिक हो जाए तो जीवन का आनंद ख़त्म हो जाता है



दोस्तों इस Inspirational Story से मैं आपको ये समझाना चाहता हूँ। की अपने काम को कभी भी बोझ न समझे और समय पर पूरा करे। आप जितना मन लगाकर काम करेंगे। काम उतना ही अच्छा होगा और काम करने में उतना ही मजा भी आएगा। जब भी आपको काम बोझ लगने लगे या फिर आलस आने लगे। ऐसी अवस्था में एक बात हमेशा याद रखना। आलसी लोगो के लिए एक दिन स्वर्ग भी नरक बन जाता है। Story for Kids in Hindi | काम या फिर आराम


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