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New Moral Stories In Hindi | यह मौका बार – बार नहीं मिलता




New Moral Stories In Hindi | यह मौका बार – बार नहीं मिलता



दोस्तों जब भी हमें कुछ नया काम मिलता है या फिर कहि से भी हमें पैसे मिलते है। ऐसा होने पर हम तुरंत ही सपने देखना बंद कर देते है। हम सपनो में तरह – तरह की चीजे खरीदते है। सपनो का एक ऐसा महल बनाते है। जहाँ हम ऐसो आराम की जिंदगी जीते है। इस चककर में हम काम करना ही भूल जाते है। इसके बाद क्या होता है। यह समझाने के लिए मैं आपको एक New Moral Story सुनाता हूँ। New Moral Stories in Hindi | यह मौका बार – बार नहीं मिलता




एक बार की बात है। एक गरीब किसान एक जमीदार के पास गया और बोला – आप एक साल के लिए अपना एक खेत मुझे उधार दे दीजिये। मैं उस खेत में मेहनत करके अपने लिए अनाज उगाऊँगा। जमींदार एक दयालु व्यक्ति था। उसने उस किसान को एक खेत एक साल के लिए उधार दे दिया।

साथ ही साथ उस किसान की मदत के लिए उसने पाँच व्यक्ति भी दिए। वह किसान उन पाँच व्यक्तियों को लेकर घर आ गया और उस खेत में काम करने लगा। एक दिन उस किसान ने सोचा। जब पाँच लोग इस खेत में काम कर रहे है तो मैं क्यों करुँ।
वह किसान काम छोड़कर अपने घर वापस आ गया और मीठे – मीठे सपने देखने लगा। एक साल बाद मेरे खेत में आज ऊगेगा। उसे बेचने पाए मेरे पास बहुत से पैसे आयेंगे और उन पैसों से मैं बहुत कुछ खरीदूँगा।
उस किसान को जो पाँच व्यक्ति मिले थे। वे खेत में अपनी मर्जी से काम कर रहे थे। जब उनका मन करता था। वे खेत में पानी दे देते थे। जब मन करता था। वे खेत में खाद डाल देते थे। उस खेत में लगी फसल धीरे – धीरे बड़ी हो रही थी लेकिन वह किसान अपनी फसलों को देखने खेत में नहीं आया। वह बीएस हर रोज सपने देखता रहता था।

अब फसल काटने का समय आ चुका था। किसान अपने सपनो के साथ खेत में पहुँचा। फसल देखते ही वह चौंक गया क्योकि फसल अच्छी नहीं थी। उस फसल से उसे उतना पैसा भी नहीं मिल रहा था। जो उसने फसल उगाने में खर्च किया था।
एक साल पूरा हो चुका था। वह जमींदार किसान से अपना खेत लेने वापस आया। उस जमींदार को देखकर वह किसान रोने लगा और फिर से एक साल का वक़्त माँगने लगा। किसान की बात सुनकर जमींदार बोला – यह मौका बार – बार नहीं मिलता। यह कहकर वह जमींदार वहाँ से चला गया।
दोस्तों इस New Moral Story से मैं आपको यह समझाना चाहता हूँ की वह दयालु जमींदार भगवान था। वह गरीब किसान हम सभी व्यक्ति है। वह खेत हमारा शरीर है। पाँच व्यक्ति जी किसान की मदत के लिए दिए गए थे। वे हमारी पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ है। अब आप इन पाँच ज्ञानेन्द्रियों का इस्तेमाल किस तरिके से करते है। ये आप पर निर्भर है।

एक समय ऐसा भी आयेगा। जब भगवान् आपसे यह शरीर वापस माँगेंगे। उस समय वह आपसे पुछेंगे – मैंने तुम्हे पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ दी। मुझे बताओ तुमने इनका किस तरिके से इस्तेमाल किया। क्या आपको नहीं लगता की उस समय आपके पास एक अच्छा जवाब होना चाहिए। सिर्फ सपने मत देखिये उन्हें पूरा करते के लिए काम भी कीजिये। New Moral Stories in Hindi | यह मौका बार – बार नहीं मिलता



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